Karnataka Election 2023

कर्नाटक भाजपा में बगावत के सुर हो रहे तेज, सत्ता में वापसी की डगर हुई कठिन!

PM modi and jp nadda

आज राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्‌डा प्रदेश दौरे पर, असंतुष्ट नेताओं पर रहेगी नजर

 

Karnataka Election 2023: नई दिल्ली : कर्नाटक में भाजपा के लिए इस बार सत्ता में वापसी चुनौती बन गई है। पार्टी के अंदर विभिन्न धड़े हैं, जोकि अपने हितों के लिए टकरा रहे हैं और प्रदेश नेतृत्व उन्हें संभाल पाने में विफल हो रहा है। प्रदेश में चुनावी तैयारियों के बीच भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री (BS Yediyurappa) बीएस येदियुरप्पा को बड़ी जिम्मेदारी देने के आलाकमान के फैसले के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। अब बृहस्पतिवार को भाजपा के (JP Nadda) राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जब कनार्टक में हैं तो उनका मिशन पार्टी के अंदर बढ़ते इस टकराव की रोकथाम करना होगा। कर्नाटक में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा आम चुनाव के मद्देनजर भाजपा के लिए प्रदेश की सत्ता में वापसी आवश्यक हो गई है।
 

विजय संकल्प यात्रा को दिखाएंगे झंडी

नड्डा कर्नाटक दौरे के दौरान शाम को साढ़े पांच बजे के लगभग बेंगलुरु में विजय संकल्प यात्रा का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे बेंगलुरु में ही गणपति मंदिर से रोड शो करते हुए गवर्नमेंट कॉलेज ग्राउंड तक जाएंगे, जहां उनके एक जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की यात्रा के दौरान सबकी निगाहें इस बात पर बनी रहेगी कि वो कर्नाटक भाजपा के सबसे ताकतवर और कद्दावर नेता बीएस येदियुरप्पा को लेकर क्या कहते हैं और वर्तमान मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की भूमिका को लेकर क्या बोलते हैं।

यह है प्रदेश पार्टी में टकराव की वजह 

दरअसल, राज्य के चुनावी गणित और जीत की संभावना को लेकर पार्टी और इससे जुड़े अन्य संगठनों द्वारा करवाए गए सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर भाजपा आलाकमान पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में चुनाव प्रचार अभियान समिति का चेयरमैन बनाने की तैयारी शुरू कर चुकी थी, लेकिन इसकी भनक लगते ही पार्टी के कई नेताओं ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी के लिए सबसे बड़ी चिंताजनक बात यह है कि इस फैसले का विरोध करने वाले नेताओं में लिंगायत, वोक्कालिंगा और ओबीसी समाज से आने वाले कई बड़े नेता शामिल हैं। राज्य की बोम्मई सरकार में शामिल कई मंत्रियों से लेकर खुद उनकी राष्ट्रीय टीम में शामिल पदाधिकारी तक पार्टी आलाकमान से अपनी नाराजगी का इजहार कर चुके हैं। 

भाजपा के लिए कर्नाटक में मिशन दक्षिण चुनौतीपूर्ण

कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा की सत्ता में वापसी चुनौतीपूर्ण हो गई है। विभिन्न कारणों से पार्टी के कई बड़े नेताओं में असंतोष है और वे पार्टी छोड़ने को तत्पर हैं। हालांकि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व स्थिति को संभालने की पूरी कोशिश कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पार्टी के लिए समर्थन जुटाने का प्रयास कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक वरिष्ठ लिंगायत नेता व आवास मंत्री वी. सोमन्ना, जो बेंगलुरु में गोविंदराज नगर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और खेल व युवा सेवा मंत्री डॉ. के.सी. नारायण गौड़ा, जो मांड्या जिले के के.आर. पेट निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, कांग्रेस में शामिल होने को तैयार हैं।

आवास मंत्री वी सोमन्ना हैं नाराज

सोमन्ना ने 1 मार्च को चामराजनगर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की विजय संकल्प यात्रा में भाग नहीं लिया था। भाजपा के सूत्रों का कहना है कि वह एक सप्ताह से पार्टी की बैठकों में भाग नहीं ले रहे हैं। अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि सोमन्ना को कांग्रेस पार्टी की तरफ से आकर्षक ऑफर मिला है। सोमन्ना का पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के साथ मतभेद हो गया है। येदियुप्पा के समर्थक चामराजनगर के मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं, जहां सोमन्ना जिला प्रभारी मंत्री हैं।सोमन्ना को पार्टी में अपनी स्थिति के बारे में भाजपा से कोई ठोस आश्वासन भी नहीं मिला है।

डॉ नारायण गौड़ा भी कांग्रेस में जाने के इच्छुक

मांड्या जिले से एकमात्र भाजपा विधायक डॉ. एम.सी. नारायण गौड़ा भी पार्टी की विजय संकल्प यात्रा में भाग लेने के इच्छुक नहीं हैं। उनके करीबी सूत्रों ने कहा कि वह 12 मार्च को बेंगलुरु-मैसूरु एक्सप्रेसवे को समर्पित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की मांड्या जिले की यात्रा के बाद वह कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की घोषणा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हालांकि स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस पार्टी में उनके प्रवेश का विरोध किया है, लेकिन कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार ने स्थिति पर काबू पा लिया है और नारायण गौड़ा के कांग्रेस में शामिल होने के लिए मंच तैयार है।

कांग्रेस ने 120 उम्मीदवारों के नाम किए तय 

वहीं कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने बताया कि स्क्रीनिंग कमेटी ने 120 उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर लिए हैं। 104 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए तीन से चार उम्मीदवारों की सूची को शॉर्टलिस्ट किया गया है। पार्टी के नेता गुरुवार को 75 और उम्मीदवारों के नाम फाइनल करेंगे। सूत्रों का कहना है कि 30 सीटें अन्य पार्टियों, खासकर भाजपा से पार्टी में आने वालों के लिए आरक्षित की गई है। उधर, येदियुरप्पा ने कहा है कि वह मंत्रियों सोमन्ना और नारायण गौड़ा से बात करेंगे और कोई भी पार्टी नहीं छोड़ेगा।

-समाचार एजेंसी एवं अन्य इनपुट से